Bechne Ka Sabse Alag Tareeka Book

Bechne Ka Sabse Alag Tareeka

How to Sell Without Selling (Hindi)
आपके बिज़नेस को एक नया और अनोखा दृष्टिकोण देने वाली बुक।

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YOU OWE YOU - Ignite Your Power, Your Purpose & Your Why in Hindi

 


YOU OWE YOU - Ignite Your Power, Your Purpose & Your Why

Eric Thomas

इंट्रोडक्शन 

क्या आपने कभी सोचा है  कि ज़िंदगी कैसे जी जाए? आपका  पर्पस  क्या है? जब आप कोई काम करते हैं तो उसके पीछे आपका इरादा क्या होता है? क्या आप यकीन करेंगे कि ख़ुद से ये सवाल पूछना  ग्रेटनेस अचीव करने के लिए   फर्स्ट स्टेप है? 

यहाँ एक चीज़ बता दें: ये समरी  आपके सामने  उस टाइम आई है जब आपको इसकी सबसे  ज़्यादा   ज़रुरत है यानि कि अभी। अब वो टाइम आ गया है जब आपको अपने लाइफ का   पर्पस  ढूँढना चाहिए। 

“सिर्फ़ आप ही वो इंसान हैं जो अपनी लाइफ बदल सकते हैं.” ये इस बुक एक  पावरफुल स्टेटमेंट है जो आप कईं सालों तक याद रखोगे। ये आपके लिए एक गाईडिंग प्रिंसिपल की तरह काम करेगा जो आपको सक्सेस अचीव करने और एक कॉम्पटीटिव एडवांटेज डेवलप करने में हेल्प करेगा।

आज इस चैलेंज  से भरी दुनिया में, जो लोग इनका सामना कर पाएँगे सिर्फ़ वही असली विनर बनने के हकदार होंगे। हालांकि ये रास्ता आसान  नहीं  है क्योंकि ये ट्रायल और एरर की एक लंबी जर्नी है। इसमें आपको  कभी लगेगा कि आपकी हिम्मत टूट रही है और आप  दुनिया के सताए  हुए हैं। ऐसे में हो सकता है कि  आप ख़ुद से सवाल करने लगें कि आखिर आपके जीने का मकसद क्या है। 

इस बुक के ऑथर एरिक थॉमस ने इस बुक को एक मैनुअल के तौर पर ये समझने के लिए लिखा था  कि ये दुनिया आपको  क्या देती है और आप इससे अपने बारे में क्या सीख सकते  हैं। ये एक ब्लूप्रिन्ट है जिसकी मदद से एरिक ने अपनी लाइफ को समझा और मैनेज  किया और इन लेसन्स को अपनी प्रेजेंट और फ्यूचर लाइफ में अप्लाई किया। 

ये समरी  आपको अपने पैरों पर खड़े होने और अपना  पर्पस  ढूँढकर  उसे पूरा करने के लिए मोटीवेट करेगी। ये आपको खुद को, अपनी एबिलिटीज़ और लिमिटेशन्स को जानना भी सिखाएगी। 

आप ये भी  सीखोगे कि challenges से कैसे डील  किया जाए और उन चीज़ों के लिए अपना एटीट्यूड कैसे चेंज किया जाए जो आपके कंट्रोल में हैं और उन चीज़ों के लिए भी जो आपके कंट्रोल में  नहीं हैं। ये समरी  आपको ये याद दिलाएगी  कि आप जो कुछ करते हैं और जो फ़ैसले लेते हैं, उसके लिए आप ख़ुद ज़िम्मेदार हैं। 

It’s You Versus You: When You Take Ownership, You Become the CEO of Your Life

अगर आप सिर्फ़ ज़िन्दा रहने के लिए जी रहे हैं तो ज़्यादा उम्मीदें रखने का कोई मतलब नहीं है। ज़्यादातर लोगों की reality ये है कि  अगर आप एक वर्किंग-क्लास फेमिली में पले-बढ़े हैं तो आपको पहले से पता होता है कि आपको  आगे क्या करना है यानी  हाई स्कूल से ग्रेजुएट होकर  जॉब करनी है, फ़िर  फेमिली स्टार्ट करनी है,  सालों-साल तक  काम करते रहना है फिर रिटायर होकर पेंशन पर ज़िंदगी गुज़ारना है।

 
एरिक थॉमस अपनी लाइफ के बारे में बताते हैं कि  वो एक अफ्रीकन अमेरिकन फेमिली से हैं जिनकी लाइफ racial  बाउंड्रीज़ के कारण अनप्रेडिक्टेबल है। 

उनके पेरेंट्स, दादा और परदादा सब वर्किंग-क्लास फेमिली में पैदा हुए और पले-बढ़े थे। ये उन दिनों की बात है जब उनकी फेमिली को ज़िंदगी जीने  के लिए अलग-अलग जगहों पर बसना पड़ा था। वो ऐसी फेमिली में बढ़े हुए हैं जहां औरतें अकेले ही अपने बच्चों को संभालती हैं। 

लेकिन एरिक की माँ वर्नेसा क्रेग (Vernessa Craig) औरों से अलग थी। 
वर्नेसा बहुत कम उम्र में प्रेग्नेंट हो गई थी लेकिन फिर भी उन्होंने अपनी प्रेगनेंसी छुपाकर  अपनी पढ़ाई पूरी की। वो एरिक के बायोलॉजिकल पिता जेराल्ड मंडे  (Gerald Munday) के साथ रहती थीं पर उन्होंने एरिक को  नहीं  पाला था बल्कि वर्नेसा की मुलाकात एरिक के सौतेले पिता जेसी थॉमस (Jesse Thomas) से हुई जिन्होंने एरिक को पालने में उनकी मदद की। एरिक के पेरेंट्स का अपना घर था  और उनके पास  स्टेबल जॉब भी  थी। वर्नेसा  यकीन  नहीं  कर पा रही थी कि उनकी लाइफ उनकी दादी  से अलग थी। फिर उन्होंने एरिक को उनके बायोलॉजिकल पिता  की सच्चाई बताए बिना उनके   पालन-पोषण पर ध्यान देना शुरू किया। 

एक दिन, एरिक को अपने सौतेले पिता  की सच्चाई पता चली और उन्होंने इस बारे में अपनी माँ से पूछा।  उन्हें  पता चला कि जेसी  उनके बायोलॉजिकल पिता नहीं  हैं। ये सुनकर  उन्हें  ऐसा लगा जैसे उनके साथ बहुत बड़ा धोखा हुआ है क्योंकि उनकी माँ  ने ये बात आज तक उनसे छुपाकर रखी थी। इसके बाद एरिक की लाइफ बिखरकर रह गई। 

एरिक घर से भाग गए और छोटी सी उम्र में ही अकेले रहने लगे। उनके पास एक पैसा  नहीं  था इसलिए एरिक किसी  खाली बिल्डिंग या आँगन  में सो जाया करते थे। जब उन्हें  भूख लगती तो वो  बासी या बचा-कुचा खाना खा लेते।  उन्हें  पता  नहीं  था कि अगर किसी के  पास कोई ID ना हो, सिर पर छत ना हो या जेब में एक पैसा ना हो तो ज़िंदगी  जीना कितना मुश्किल होता है। एरिक के लिए एक-एक दिन काटना मुश्किल हो गया था। 

फिर जब एरिक के पास कोई रास्ता  नहीं  बचा तो  उन्हें  इस मुसीबत के वक्त  अपनी माँ  याद आई। उन्होंने अपनी माँ  को कॉल किया और कहा  कि  उन्हें  इस वक्त उनकी मदद की सख्त  ज़रुरत है। एरिक अकेले रहना चाहते थे और वर्नेसा ने  उन्हें  सपोर्ट किया। उन्होंने एरिक को एक लाइसेन्स और कार लेने में मदद की। तब  से, एरिक उन चीज़ों के साथ अकेले रहने लगे जो उनकी मदर ने  उन्हें दी  थी। 

अब उनके पास एक कार थी जिसमें वो सोते थे। वो रात में मैकडॉनल्ड्स में काम करते थे और स्कूल भी जाते  थे। उस वक्त एरिक को एहसास  हुआ कि पेरेंट्स अपने बच्चों को कितने रिसोर्सेज या साधन देते हैं. जब वो घर छोड़कर आए थे  तब उनके पास कोई रिसोर्स  नहीं  था लेकिन  उनकी माँ  ने उन्हें सब कुछ दिया। 

अब एरिक को समझ आया  कि वो अपनी लाइफ में हालातों  के शिकार हुए हैं।  उन्हें  अपनी माँ  को इस बात के दोष नहीं देना चाहिए कि वो एक ऐसा आदमी ढूंढ रही थी जो उनके साथ एक family की तरह रह सके। वो इसलिए क्योंकि उनकी माँ के पास ख़ुद के अलावा और कोई नहीं था जिस पर वो डिपेंड कर सकती थी, बल्कि वो तो  अपने दम पर जी रही थी। वो बस माँ होने का फ़र्ज़ निभा रही थी और अपनी तरफ़ से एरिक को पाल-पोसकर बढ़ा करने की पूरी कोशिश कर रही थी। 

और फ़िर  एरिक ने डिसाइड किया कि वो खुद को हालात का शिकार  नहीं  समझेंगे। विक्टिमहुड यानी ख़ुद को असहाय या पीड़ित समझना,  एक ऐसा माइंडसेट  है जो आपको सच्चाई से दूर कर देता  है.  जब तक आप इस माइंडसेट  को  नहीं  छोड़ेंगे तब तक  ये आपकी ज़िंदगी को कंट्रोल करता रहेगा। ये आपके ईमोशन्स और नज़रिए  को भी  कंट्रोल करता है और आपको आगे बढ़ने से रोकता है। 

आपको ये समझना होगा कि विक्टिमहुड आपको लाइफ में कभी आगे  नहीं  बढ़ने देगा,  इसलिए आपको कंट्रोल अपने हाथों में लेकर अपना माइंडसेट  चेंज करना होगा। अगर आपको लगता  है कि आप धोखे के शिकार हुए हैं तो आपको इस बात को लेकर अपना रिएक्शन चेंज करना होगा क्योंकि आपके सिवा और कोई  आपको चेंज होने के  लिए  नहीं मना  सकता है। अगर आपने ऐसा नहीं किया तो  आप खुद को और ज़्यादा  हर्ट करते रहोगे। 

एरिक ने अपने और अपनी माँ  के एक्सपीरियंस  से 5 चीज़ें  सीखी -  
पहला लेसन था, खुद की ज़िम्मेदारी  लेना। दूसरों के डिसिशन  आपके डिसिशन   नहीं  हैं। आपको  अपनी चॉइस को दूसरों से अलग करना होगा। अपनी लाइफ को वैसे जीयो जैसे आप जीना चाहते हो। जब दूसरों के डिसिशन आपके फ़ेवर में  ना हों तो उन्हें दोष मत दो। 

सेकंड लेसन है,  अपने डिसिशन की ज़िम्मेदारी ख़ुद लो। कोई आपको ये  नहीं  बोलेगा कि फोन पर टाइम वेस्ट मत करो या सुबह 5 बजे उठो। आप जो कर रहे हो, अपनी मर्जी से कर रहे हो इसलिए अपनी जिम्मेदारी खुद लेना सीखो। 

अगर कोई आपको कुछ  छोड़ने या ना करने के लिए कहेगा  तो शायद आप उसकी बात  नहीं  सुनोगे क्योंकि आपका हर डिसिशन  आपके ऊपर होता  है। इसके लिए आप ख़ुद ज़िम्मेदार हो क्योंकि आप ही वो इंसान हो  जो खुद को कंट्रोल कर सकते हो। 

थर्ड लेसन है, एक स्टैन्डर्ड सेट करना। लाइफ में कोई  पर्पस  ना होना एक फ्री fall  की तरह है। आप फ़्लो के साथ बहते रहते हो और आखिर में कहीं  नहीं  पहुंचते। अगर आपको पता ही  नहीं होगा  कि आप क्या कर रहे, क्यों कर रहे हो तो एक दिन आप बुरे  माइंडसेट  में फंसकर रह जाओगे। 

इसलिए आप एक गोल सेट करना चाहिए कि आप क्या अचीव करना चाहते हो। जैसे कि मान लो आप घर खरीदना चाहते हो,  तो पहले आपको पैसा  कमाना पड़ेगा और उसे सेव करनी पड़ेगा क्योंकि कोई और  आपके लिए ये काम  नहीं  करेगा, ये काम आपको खुद ही  करना होगा। 

फ़ोर्थ लेसन है: बहाने बनाना बंद करो। अपने एक्शन के लिए बहाने  देना बहुत  आसान होता  है। जैसे कि मान लो आपको होमवर्क मिला है पर आप उसे कर   नहीं  रहे हैं क्योंकि अभी उसे submit करने का टाइम नहीं आया है। असल में, ऐसे बहाने बनाने से आपका कोई भला  नहीं  होने वाला है। 

इसलिए ख़राब डिसिशन  लेना बंद करो और प्रोडक्टिव बनना शुरू करो। अपना बेस्ट दो ताकि आप प्रोग्रेस कर सको। 

फिफ्थ लेसन है, अपने ऊपर  काम करो। जो डिसिशन  आपने लिए  हैं, उसकी ज़िम्मेदारी लो। अगर  आप गलत हैं तो इस चीज़ को एक्सेप्ट  करो और उस गलती को सुधारो। सबसे  ज़रूरी बात ये है कि दूसरों ने आपके साथ जो किया है उसके लिए ख़ुद को देश देना बंद करो। आपको फेलियर का सामना करने पर भी strong बने रहना है और बिना किसी को दोष दिए आगे बढ़ना सीखना है। 

 

What’s Your Why: When You Find Your Why, You Can Take Your Superpower and Your Life to The Next Level


आपका “व्हाई” यानी क्यों, आपके   पर्पस  के बारे में बताता है। आप रोज़ सुबह क्यों उठते हो? आप जो काम  करते हो वो क्यों  करते हो? आप पढ़ाई क्यों करते हो? हर सिचुएशन के पीछे एक खास वजह होती है,  लेकिन जब आपको पता ही नहीं है कि वो क्या चीज़ है तो  आप अपना व्हाई  या  पर्पस  कैसे पता करेंगे? 

एरिक की लाइफ तब बदल गति  जब उनकी वाइफ डेडे थॉमस उनकी लाइफ में आई। वो  हाई स्कूल में मिले थे  और फ़िर  दोनों को एक दूसरे से  प्यार हो गया था और आज एरिक के  पर्पस  के पीछे की वजह डेडे ही हैं। लेकिन इससे पहले एरिक और डेडे की लाइफ के रास्ते अलग-अलग थे। एरिक एक हाई स्कूल ड्रॉपआउट थे  जबकि डेडे एक अचीवर थी। 

डेडे के सामने उनका विज़न एकदम क्लियर था, वो अपनी पसंद-नापसंद के बारे में जानती थी  और अपनी लाइफ के सारे डिसिजन खुद लेती थी। एरिक के पास कुछ भी  नहीं  था सिवाए एक कार के जिसमें वो रात को सोते थे  और मैकडॉनल्ड्स  में जॉब करते थे। डेडे की तरह, एरिक की लाइफ का ना तो कोई प्लान था और ना ही कोई पर्पस। कॉलेज में एडमिशन लेने के बाद एक दिन डेडे ने एरिक को उनके  साथ Alabama  चलने के लिए। 

एरिक को इसकी उम्मीद  नहीं  थी क्योंकि उन्होंने सोचा था कि उनकी ज़िंदगी डेट्रॉइट  में ही गुज़रेगी जहां वो पले-बढे थे। लेकिन डेडे एरिक को आगे बढ़ने और ग्रो करने का एक मौका दे रही थी। उन्होंने उन्हें  एनकरेज़ करते हुए कहा कि उन्हें  अपना कम्फर्ट जोन छोड़कर लाइफ में  कोई बड़ा मकसद ढूँढना चाहिए। 

एरिक उनकी बात  मान गए  क्योंकि डेडे ही उनकी पूरी दुनिया थी। वो डेडे को  नहीं  छोड़ सकते थे  क्योंकि वही उनका  पर्पस  थी। एरिक का  व्हाई था -  डेडे के साथ रहना और उन्हें  खुश रखना। उनके बिना एरिक कुछ भी  नहीं  थे। एरिक ने डेडे के साथ रहने के लिए General Education Development (GED) प्रोगाम में एडमिशन ले लिया। 

उन्होंने  इस प्रोग्राम के लिए पढ़ाई की, उसका  एक्जाम दिया और उसमें पास भी हो गए। फिर एरिक और डेडे Alabama चले गए और ओकवुड कॉलेज को  ज़्वाईन कर लिया। फ्रेशमैन ईयर के बाद दोनों ने शादी कर ली। तब दोनों 19 साल के थे। बेशक ये जल्दबाज़ी में लिया गया  डिसिजन था लेकिन एरिक और डेडे शादी करने  का मन बना चुके थे। 

डेडे ने अपनी नर्सिंग की पढ़ाई पूरी की और उन्हें  जॉब भी  मिल गई जबकि एरिक अभी तक कॉलेज खत्म  नहीं  कर पाए थे  लेकिन वो voluntary  वर्क किया करते थे। वो एक कम्यूनिटी स्पीकर और बच्चों के स्कूल में टीचर बन गए। एरिक बच्चों को स्कूल के सब्जेक्ट के साथ-साथ जीवन के सबक भी सिखाया करते थे, लेकिन इन दोनों में से कोई भी काम एरिक का  पर्पस  पूरा  नहीं  कर पा रहा था। 

फिर कुछ वक्त बाद डेडे और एरिक के बच्चे हुए, जैलिन और जेडा। अब  एरिक की लाइफ का एक और  पर्पस  था। उन्होंने अपनी फेमिली की औरतों को उनके जेनेरेशनल ट्रॉमा को चेंज करने में हेल्प की। एरिक ने डिसाइड किया वो अपने बच्चों को बहुत अच्छे से पाल-पोसकर बड़ा करेंगे। ये वो पल  था जब एरिक को फाईनली अपना पर्पस समझ में आया था। अब मौज-मस्ती का दौर  खत्म हो गया  था। 

एरिक अब लाइफ को लेकर सीरियस  और कमिटेड हो गए थे। उनका  पर्पस  तब और बड़ा हो गया था  जब उन्हें  पता चला कि उनकी कम्यूनिटी को देखभाल  और सुरक्षा  की  ज़रुरत है। उन्होंने  अपनी कम्यूनिटी के लोगों को इन्फ़लुएंस किया और  उन्हें  काउंसलिंग के ज़रिए उन्हें जीने में मदद की। 

और तब से एरिक जान गए  कि “ पर्पस ” उनकी लाइफ में मोटीवेशन का काम करता  था। अगर आपके पास भी ऐसा ही कोई कारण  है, तो आप अपना गोल अचीव करने के लिए कुछ भी कर जाओगे। आप इंसपिरेशन से खिंचे  चले आओगे क्योंकि आपको एक स्टैन्डर्ड मेंटेन करते  हुए चलना है। ये  पावर  आप अपने अंदर महसूस करोगे और आप कुछ भी बन सकते हो। 

आपको बस इतना करना है कि खुद की सुननी है। ऐसे रूम ने जाकर बैठ जाओ जहां आपका  दूसरों से कोई इंटरेक्शन  ना हो। इसके बजाय, खुद से कनेक्ट करो  और ये  समझने की कोशिश करो कि अब तक आपकी लाइफ कैसे गुज़री है। ऐसा इसलिए  क्योंकि आपका “व्हाई” जो आप अचीव करना चाहते हो वो किसी  मटेरियल  रिवॉर्ड  से कहीं  ज़्यादा  है। 

आपका  पर्पस  एक घर या महँगी घड़ी  खरीदने या किसी फ़ैन्सी रेस्टोरेंट में खाने से कहीं बढ़कर होना चाहिए। मटेरियल रिवॉर्ड  आपको कुछ करने के लिए मोटीवेट तो करते हैं लेकिन आपको कोई ग्रेट चीज़ अचीव करने में कभी हेल्प नहीं कर पाएँगे। आप एक स्पोर्ट प्लेयर हो और कईं बार गेम  ज़्यादा  खेलते-खेलते थक जाओगे,  इसलिए आपके पास सालों-साल चलने के लिए कोई कारण  भी होना चाहिए। 

अपनी expectation से आगे देखो  और सोचो कि  आप फ्यूचर जेनरेशन के लिए आने वाले सालों में क्या लेगेसी छोड़कर जाना चाहते हो। ऐसा इसलिए  क्योंकि प्रेजेंट में तो सब कुछ टेम्पररी है। एक स्पोर्ट्स प्लेयर की फिजिकल ताकत  टेम्पररी है। उसका  गेम किसी भी टाइम भी ख़त्म  हो सकता है,  लेकिन अगर आप एक  लेगेसी छोड़कर जाओगे तो आपको हमेशा याद रखा जाएगा। 

एरिक ने अपनी पहली  लेगेसी अपने फेमिली बैकग्राउंड को जानकर  और अपने बच्चों का फ्यूचर चेंज करके पाई। एरिक जब एक बेमकसद की  ज़िंदगी जी रहे थे  उस वक्त उनकी लाइफ में डेडे एक  पर्पस  बनकर आई थी। 

फिर जेलिन और जेडा ने उनके  पर्पस  को स्ट्रॉंग किया और उन्हें ग्रेटनेस हासिल करने से  ज़्यादा  मेहनत करने के लिए मोटीवेट किया। एरिक अपनी फेमिली का अच्छे से ख़याल भी रख पाए और उन्होंने  अपनी फेमिली चले  आ रहे  जेनरेशनल ट्रॉमा से छुटकारा भी पा लिया था। यही उनका “व्हाई” या लाइफ का  पर्पस  था जो उन्हें  रोज़ सुबह उठने और हार्ड वर्क करने में हेल्प करता था। 

 

Walk In Your Purpose: Moving Through the Awareness of Your Gifts Is Walking in Your Purpose


सक्सेस की तरफ इफेक्टिव एक्शन लेने का फर्स्ट स्टेप है, अपने  पर्पस  के बारे में  अवेयर होना। अगर आपको अपना  पर्पस  पता है तो आप ये भी जान जाएंगे कि उसकी तरफ बढ़ने के लिए नेक्स्ट स्टेप क्या लेना है। आप अपने गोल्स तक पहुँचने के लिए कुछ भी करेंगे क्योंकि अब आपके पास लाइफ में कुछ रहने के लिए एक कारण है। 

एरिक जब ओकवुड कैंपस में एक मोटीवेशनल स्पीकर बने  तो उन्हें अपनी  लाइफ में एक नया  पर्पस  मिला। कॉलेज में अपने फ्रेशमैन ईयर के दौरान उनकी मुलाक़ात  अपने दोस्त इरविन और ट्रेस से हुई,   जो बाद में ‘बेल टॉवर मिनिस्ट्री’ सेट करने में उनके पार्टनर भी बने। 

बेल टॉवर मिनिस्ट्री को  ओकवुड कैंपस के बीचों-बीच बनाया गया था  ताकि स्टूडेंट्स अपनी-अपनी क्लास, डॉर्म या कैफेटेरिया में  जाते हुए वहाँ से गुजरें। ये एक ऐसी मिनिस्ट्री थी जहां एरिक, इरविन और ट्रेस एक यूनीक चैपल सर्विस देते  थे। वो लोग बेल  टॉवर के सामने खड़े हो जाते और पब्लिक को मैसेज  देते। 

एरिक,  मिनिस्ट्री के ज़रिए  अपने दोस्तों के साथ अपनी लाइफ के नए  पर्पस  से वाकिफ़ हुए। उन्होंने   जाना कि वो पब्लिक स्पीकिंग के ज़रिए  लोगों के साथ लाइफ से जुड़े  लेसन शेयर कर सकते हैं। अपनी पुरानी  लाइफ के बारे में सोचते हुए एरिक को एहसास  हुआ कि जिन हालातों  से वो गुज़रे थे उसने उनकी personality को बनाने में बहुत बड़ा रोल निभाया है। 

उन्हें  याद आया कि बचपन में उनके सौतेले पिता उन्हें  मैल्कम x की बुक पढ़कर सुनाया करते थे और उन्ही दिनों उनकी मुलाकात सारा से हुई थी जिन्हें  वो पसंद करने लगे थे। सारा व्हाईट अमेरिकन  थी जबकि एरिक ब्लैक थे। मैल्कम x  ह्यूमन राईट एक्टिविस्ट और मिनिस्टर थे। एरिक ने मैल्कम x की बुक से जाना था  कि व्हाईट और ब्लैक लोगों  के बीच लाइफ बहुत  मुश्किल थी। 

अब एरिक को समझ आया  कि उनके सौतेले पिता उस  बुक के ज़रिए उन्हें  दुनिया के बारे में बताना  चाहते थे। एरिक के सामने ये कड़वी सच्चाई बहुत पहले ही आ चुकी थी जिसने उन्हें  दुनिया के तौर-तरीके समझने में हेल्प की और लाइफ में एक  पर्पस  दिया। 

और तब से एरिक को जीने का एक नया मकसद मिल गया था। बेल  टॉवर मिनिस्ट्री उनके  पर्पस  के पीछे की वजह था। ये उनका डायरेक्शन बन गया था जहां उन्हें  उन लोगों के साथ कनेक्ट करना बहुत अच्छा लगता था जो उनकी बात सुनने के लिए जमा होते थे। उनकी स्किल्स ने उन्हें  और भी  ज़्यादा  कॉंफिडेन्ट, फोकस्ड और पैशनेट  बना दिया था। 
एरिक जब अलग-अलग टाइप के लोगों से मिले और दुनिया में उनके अलग-अलग एक्सपीरियंस  को स्टडी किया तो उन्हें खुद के बारे में जानने का और मौका मिला। उन्होंने  भी दूसरों के साथ अपनी लाइफ के स्ट्रगल शेयर किए  ताकि वो भी उनसे कुछ सीख सकें और इंस्पायर हो सकें। 

इसका नतीजा ये हुआ कि उनकी मिनिस्ट्री सर्विस कैंपस के बाहर भी फ़ैल गई। अब  एरिक, इरविन और ट्रेस को और भी ज़्यादा  लोगों से कनेक्ट करने  का मौका मिला। वो लोग अपना  पर्पस  पूरा करने के लिए शहर-शहर घूमते और जो लोग उनसे रिलेट कर पाते,  उनके साथ   वो अपना मैसेज   शेयर करते और आगे बढ़ने के लिए  उन्हें  मोटीवेट करते। 

लेकिन इस सफलता के बावजूद एरिक की लाइफ हमेशा अनप्रेडिक्टेबल बनी रही। उनका  और उनकी वाइफ डेडे का सामना एक ऐसे चैलेंज से हुआ जिसने उनकी दुनिया पलटकर रख दी और इसने  एरिक को और भी  ज़्यादा पैशनेट बना दिया  और उनकी फेमिली को और  ज़्यादा  स्ट्रॉंग बना दिया था। असल में,  डेडे को एक गंभीर बीमारी हो गई  थी जिसके कारण उन्हें  अपने  नर्स की जॉब छोडनी पड़ी। 

डॉक्टर ने  उन्हें  सलाह दी थी कि डेडे को किसी भी तरह का स्ट्रेस  नहीं  लेना है जिसके चलते उन्हें  अपना काम छोड़ना पड़ा। दूसरी तरफ,  एरिक का करियर उन दिनों अपने पीक पर था जिसने उन्हें  करियर ग्रोथ और फाईनेंशियल स्टेबिलिटी दी। जैसे-जैसे वो अपनी फेमिली के लिए और  ज़्यादा  मेहनत करते गए  और डेडे और अपने दोनों बच्चों का ख्याल रखते गए, उनके  पर्पस  का डायरेक्शन  भी बढ़ता  गया। 

अब एरिक ने डेडे की हेल्प करने के लिए अपने एफर्ट को  डबल कर दिया था  क्योंकि डेडे ही  उनकी सक्सेस के पीछे की  वजह थी। डेडे ने  पहले एरिक पर भरोसा किया  था और अब चार्ज लेने की बारी एरिक  की थी। इस दौरान,  एरिक को एहसास  हुआ कि आप अपने पर्पस को हमेशा पॉजिटिव तरीके से अचीव नहीं करेंगे। कभी-कभी  जब आपके सामने कोई कड़वी सच्चाई आएगी  या आप  किसी  प्रॉब्लम का सामना करना पड़ेगा,  तब आप सीखेंगे। 

कभी ऐसा टाइम भी आएगा जब आपको अपना  “पर्पस ” खतरे में लगेगा। शायद  ये एक दिन टूटकर बिखर जाएगा और आपको इसकी उम्मीद भी  नहीं  होगी,  लेकिन आपको अपनी पूरी ताकत लगाकर उसे बचाने की कोशिश करना होगा। इसके लिए  आपको अपनी हर हद पार करनी होगी। 

अपना 120% देने के लिए आपको अपने रिसोर्सेज को maximize करना होगा। आप  अपने “ पर्पस ” के लिए कुछ भी कर सकते हो क्योंकि यही आपका पहला  “व्हाई” है और यही वो कारण  है जिसके चलते आज आप इतने स्ट्रॉंग होकर खड़े हो। 

 

Put Yourself in Miracle Territory: You Can Attract Your Own Miracles


जब आपको अपना  पर्पस  मिल जाएगा  तो आपको चमत्कार  दिखना भी  शुरू हो जाएगा। जब आप एक स्टेप लेते हैं तो अगला स्टेप आपको खुद समझ आ जाता है जो आपको अपने ड्रीम्स की तरफ ले जाएगा और तब आप ईज़ीली उन  opportunities  को पहचान  पाएंगे जो आपको ग्रो करने में मदद कर सकते हैं। जब आप खुद से कनेक्ट करते हैं और खुद को समझते हैं तो आप ये भी समझ जाते हैं  कि आपकी ताकत और कमज़ोरी क्या है।  

एरिक ने जब अपना  पर्पस  पूरा करने के लिए अपनी स्किल्स यूज करनी शुरू की तो उन्हें मैजिक होता हुआ नज़र आया। कॉलेज के दौरान उन्होंने  लाइफ से जुड़े  स्ट्रगल और उससे मिलने वाले  लेसन शेयर करने के लिए फ्री पब्लिक स्पीच देना शुरू किया। फिर जल्द ही उन्हें  कैम्पस के बाहर में सोलो गिग्स के लिए  इनवाईट किया जाने लगा जिसके कारण  एरिक को अलग-अलग  कम्यूनिटीज़ को जानने-समझने का मौका मिला। 

एरिक दूसरे स्कूल के साथ भी जुड़ने लगे  जहां प्रोफ़ेशनल्स उन्हें  बच्चों के सामने स्पीच देने के लिए इन्वाईट करते थे।  जब उन्हें  एक ब्लैक कम्यूनिटी के लिए एक conference  में स्पीच देने के लिए इन्वाईट किया गया तो उसके बाद उन्हें  एक के बाद एक कईं और मौके मिले और मिलते चले गए। यही वो टाइम था जो एरिक के  प्रोफ़ेशनल लाइफ में एक टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। 

इन सबका नतीजा ये हुआ कि बहुत से और लोग भी एरिक को जानने लगे  और बच्चे और प्रोफ़ेशनल्स उसके पास आकर उन्हें  ग्रीट करते थे। लोग उन्हें अपना बिजनेस कार्ड भी देने लगे थे। बहुत से लोग एरिक को ईवेंट्स और पब्लिक स्पीकिंग के लिए बुलाने लगे जिससे उन्हें  अलग-अलग फील्ड के लोगों के साथ जान-पहचान बढ़ाने का मौका मिला। 

तो इस तरह ये सारे फ़ैक्टर्स डिस्क्राइब करते हैं कि एरिक मैजिक  को किस नज़रिए से देखते हैं। मैजिक आपके इंटेशन का ही नतीजा होता है। जब आप अपने काम में एफर्ट डालते हैं तो हो सकता है कि  आपको छोटे-मोटे चांस या अचीवमेंट हाथ लग जाएँ  जो आगे चलकर बड़ी सक्सेस में बदल सकती है। 

जब  आप अपने गोल में पूरी तरह से इनवॉल्व हो जाते  हैं तब मैजिक होना शुरू हो जाता है। इसका मतलब है कि आप अपना  पर्पस  पूरा करने के लिए एक्शन ले रहे हैं वर्ना आपके हाथ कुछ  नहीं  लगेगा। सेम यही चीज़ तब भी अप्लाई होती है जब आप अपनी लाइफ में चेंज लाने की कोशिश करते हो। एरिक की लाइफ इसलिए चेंज हुई थी  क्योंकि उन्होंने  प्लानिंग की थी और एक्शन लिया था। 

एक सक्सेसफुल इंसान बनने से पहले वो एक ड्रॉपआउट स्टूडेंट थे। एरिक को एहसास हुआ  कि वो बच्चों को एजुकेशन की इंपोर्टेन्स समझाते हुए ये सिखाते हैं कि उन्हें  लाइफ में जो चाहिए उसे कैसे हासिल किया जाए, जबकि उन्होंने  खुद अपनी पढ़ाई पूरी  नहीं  की थी। काफ़ी सोच-विचार करने  के बाद एरिक ने डिसाइड किया कि वो ये मैसेज  खुद पर भी अप्लाई करेंगे। 

तो उन्होंने 4  साल पढ़ाई करके  अपनी डिग्री पूरी की। अब एरिक  डेडे और अपने बच्चों के साथ एक नए शहर में  शिफ्ट होने के लिए तैयार थे, लेकिन अफसोस कि उन्हें  डेडे को बहुत  मनाना पड़ा क्योंकि एरिक जानते थे  कि उस नए शहर में  उन्हें  कई सुनहरे मौके मिलने वाले हैं। 

यहाँ उनका इरादा   सिर्फ़ ग्रोथ पर था लेकिन उनके  पर्पस का  फ़ाउडेशन उनका परिवार  था। अगर एरिक उस शहर में अकेले जाते  तो शायद उनका  पर्पस  कहीं खो जाता। आखिरकार एरिक की फेमिली मिशिगन शिफ्ट हो गई, जहां उन्होंने एक नई ज़िंदगी की शुरुवात की। शुरू में  उन्हें  थोड़ा -बहुत स्ट्रगल करना पड़ा  पर एरिक ने ठान लिया था कि वो अपने लिए नए मौके ढूंढकर रहेंगे। 

उन्होंने मास्टर्स करने के बाद डॉक्टरेट की डिग्री पूरी की। वो अपने  करियर की ऊंचाईयां पर थे  और फ़िर उन्होंने एक बिजनेस भी स्टार्ट कर लिया था। एरिक सक्सेसफुल इसलिए हुए  क्योंकि वो उस रास्ते पर चल रहे थे  जो उन्हें  उनके गोल्स की तरफ ले जा रहा था। डेडे ने जब दूसरे शहर जाने से मना कर दिया था तब उन्होंने डेडे को  ग्रोथ की नई पॉसिबिलीटीज़ के बारे में बताते हुए वहाँ  जाने के लिए मनाया भी था. 

एरिक समझ गए थे  कि अगर आप हाथ पर हाथ धरे बैठे रहोगे तो कोई मैजिक   नहीं  होगा क्योंकि मैजिक तभी होता है जब आप उसे  होने का मौका देते हो। इसके लिए, आपको कुछ सैक्रिफाइस भी करना होगा, रिस्क लेना होगा, नतीजे भुगतने को तैयार रहना होगा  और फेलियर को  को एक्सेप्ट करना होगा  क्योंकि जब तक आप ये रिस्क  नहीं  लेंगे आप  अपने लिए मौके  नहीं  ढूंढ पाएंगे। 

 

Become a Triple Threat: Knowledge Is the New Money


नॉलेज  पावर  है। जो आदमी अपनी नॉलेज को यूज करना जानता है उसे रोकना मुश्किल होता है। आप जीत सकते हो क्योंकि आपके सामने बेशुमार मौके आएंगे और आप कुछ भी अचीव कर सकते हो। अगर आपको अपनी नॉलेज का फ़ायदा उठाना नहीं आता है तो आप  कभी सक्सेसफुल नहीं हो  पाएँगे। 

एरिक ने जब अपनी चार साल की डिग्री फिनिश की तब उन्हें नॉलेज की इंपोर्टेन्स का एहसास हुआ. इसने उन्हें हायर एजुकेशन के लिए मोटीवेट किया और वो अपनी फील्ड के  एक्सपर्ट बन गए। कईं सालों तक इस उधेड़-बुन में रहने के बाद कि उन्हें अपनी  डिग्री कम्प्लीट करनी चाहिए या  नहीं , एरिक ने एक ऐसा रास्ता चुना जिसकी बदौलत उन्होंने  खोया कम बल्कि पाया  ज़्यादा  था।

एरिक समझ गए थे  कि एजुकेशन से नॉलेज मिलती है और ये आगे चलकर आपके लिए सबसे बड़ा ऐसेट बन सकती है। एजुकेशन के बेसिस  पर आप बड़ी से बड़ी चीज़े हासिल कर सकते हैं। जब उन्होंने  अफ्रीकन अमेरिकन बच्चों को पढ़ाना शुरू किया तो उन्होंने महसूस किया  कि एजुकेशन गरीबों के लिए एक लक्ज़री है और कुछ लोग इसे समय की बर्बादी  मानते हैं। 

लेकिन बिना एजुकेशन के लाइफ में आगे बढ़ना आपको इग्नोरेंट बना देगा। आपको कभी समझ  नहीं  आएगा कि आपको जाना कहाँ है, क्या करना है और कैसी लाइफ जीनी है। ये बात खासतौर पर तब और भी  ज़्यादा  लागू होती है जब आपकी गरीबी आपको लाइफ में आगे बढ़ने से और कुछ अचीव करने से रोकती है। गरीबी आपके रास्ते की रूकावट बन जाती है क्योंकि आपकी लाइफ एक मिनिमम वेज वर्कर होने के इर्द-गिर्द घूमती रह जाती है। 

आप बस अलग-अलग कंपनियों  के लिए प्रोडक्ट्स  और सर्विसेज़ प्रोड्यूस करके   उन्हें  और भी अमीर बनाते जाएँगे। कुछ लोग किसी कन्स्ट्रक्शन साईट या फैक्ट्री में अपनी लेबर वाली जॉब से भी  खुश रहते हैं कि वो  अपना और अपने परिवार का गुज़ारा कर पा रहे हैं, लेकिन अगर आप पढ़े-लिखे  हैं तो आप खुद के लिए  और अपनों के लिए नए-नए मौके तलाश कर पाएंगे। 

एरिक ने एजुकेशन को एक ऐसे टूल की तरह देखा था जो सर्वाइव करने और सक्सेसफुल होने के लिए बहुत   ज़रूरी है। आपको जो  चाहिए उसे पाने के लिए अपनी नॉलेज को  यूज करना  ज़रूरी है क्योंकि ये आपको फिजिकल वर्क से  ज़्यादा  पैसे दे सकता है। जब  एरिक ने  एजुकेशन को सीरियसली लेना शुरू किया  तो उन्हें  नई पॉसिबिलीटीज़ भी नज़र आने लगी थी। 

उन्होंने  वो स्किल्स भी  सीखी जो उन्हें  अपना करियर बनाने और पैसे कमाने में काम आ सकती थी। उन्होंने अलग-अलग  अप्रोच स्टडी करके, बुक्स पढ़कर और डॉक्यूमेंट्रीज़ देखकर अपनी स्किल्स में मास्टरी हासिल की। इसका  नतीजा ये हुआ कि एरिक को  नॉलेज हासिल करना अच्छा लगने लगा और उन्हें उन चीज़ों को  सीखना अच्छा लगता था जिसके बारे में वो नहीं जानते थे। 

वो मिशिगन की एक  यूनिवर्सिटी में एक वैल्यूएबल counsellor भी बन गए थे, जहां वो एजुकेशन को लेकर स्टूडेंट्स का माइंडसेट  चेंज कर सकते थे  और साथ ही यूनिवर्सिटी को अपना रेवेन्यू बढ़ाने में भी हेल्प कर रहे थे। एरिक का मेन टारगेट था स्टूडेंट्स  के  ड्रॉपआउट रेट (बीच में स्कूल छोड़ देना) को  कम करना और स्टुडेंट्स की लर्निंग एबिलिटी को बढ़ाना और एजुकेशनल सिस्टम को इम्प्रूव करना। 

एरिक ने पाया  कि आप किसी  सिस्टम को तब तक नहीं बदल  सकते जब तक आपको उसके बारे में  नॉलेज ना हो। जब तक आप खुद एफर्ट  नहीं  करोगे, आप खुद के बारे में कुछ  नहीं  जान पाओगे। अगर आप रिसर्च   नहीं  करोगे या एफर्ट  नहीं  दोगे तो कुछ भी सीख  नहीं  पाओगे। 

नॉलेज पाने का एक ही सीक्रेट है कि आपके अंदर हर चीज़ को जानने की क्यूरियोसिटी होनी चाहिए। एरिक जब स्पीकर बने तब उनकी vocabulary बहुत  लिमिटेड थी और उसे इम्प्रूव करने का तरीका था नए वर्ड्स सीखना। फ़िर धीरे-धीरे, एरिक फ्लुएंसी के साथ लोगों के साथ कम्यूनिकेट करने लगे.

उन्होंने ये भी जाना कि एक्सप्रेशन और नॉलेज एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। आप ईफेक्टिवली तभी कम्यूनिकेट कर पाएंगे जब आपके पास उतनी  नॉलेज होगी। एक interviewer ऐसे इंसान का इंटरव्यू नहीं लेगा जो relevant यानी काम की information नहीं दे सकता है। ठीक यही चीज़ opportunities पर भी अप्लाई होती  है। 

अगर आप कुछ  नहीं  जानते हैं  तो आपको   opportunities  नहीं  मिलेगी,  इसलिए खुद को एजुकेट करने के लिए आपको एफर्ट तो करना होगा। इसके लिए फॉर्मल एजुकेशन का होना ही  ज़रूरी  नहीं  है बल्कि  कईं और तरीके हैं जो आपको नॉलेज दे सकते हैं खासकर तब जब आप सीखने के लिए एकदम कमर कसकर तैयार होते हैं। 

 

Sacrifice Good for Great: Good is Good, but Good is Not Great


ग्रेट बनने के लिए  अनकम्फर्टेबल जगहों में कम्फर्टेबल होना सीखना  पड़ता है। अगर आप और  ज़्यादा  अचीव करना चाहते हो तो पुरानी जगह  छोड़कर नए के पीछे भागो। बात जब सक्सेस की हो तो माइंडसेट  भी  बहुत बड़ा रोल निभाता  है। अभी आपको जो एक्शन लेने की  ज़रुरत है, वो है किसी बेहतर को पाने के लिए अभी कुछ सैक्रिफाइस करना। 

एरिक भी रातों-रात सक्सेसफुल  नहीं  हुए थे। उन्हें  भी नए सपने पूरे करने के लिए अपने पुराने सपनों की कुर्बानी देनी पड़ी थी, पुरानी जगह से नई जगह जाना पड़ा था  और चीज़ों को भूलकर उन्हें दोबारा से सीखना भी पड़ा था। इन सब चीज़ों के लिए हिम्मत चाहिए चाहे आप कितना भी डिसकम्फर्ट महसूस करें। 

इसका नतीजा ये हुआ कि एरिक वो चीज़े सीख गए थे  जो उनके लिए एकदम नई थी। उन्हें एहसास हो गया था कि एक ही काम को बार-बार रिपीट  करके वो सक्सेसफुल कभी  नहीं हो सकते। उन्हें  बार-बार मौके  नहीं  मिलने वाले और जब तक वो बदलने की कोशिश नहीं करेंगे तब तक उनकी लाइफ में चीज़े सेम रहेंगी। 

एरिक के अंदर लगातार सीखने की जो भूख थी उसने उन्हें नई सिचुएशन में भी कम्फर्टेबल होना सिखा  दिया था। वो  अपना होमटाउन छोड़कर  एक नए शहर में आ गए थे,  अपनी कम्फर्टेबल लाइफ को छोड़कर एक अनजान जगह और माहौल में जहां उनकी   फेमिली ने एक नई ज़िंदगी की शुरुवात की। 

इससे एरिक को एहसास  हुआ कि जब आप अपनी पुरानी आदतें, लाइफस्टाइल और  opportunities , सब कुछ छोड़कर आगे बढ़ते हो तभी आपकी  आंखे खुलती है और आपको पता चलता है कि दुनिया में अचीव करने को और भी बड़ी-बड़ी चीज़े हैं। एक इंसान  के तौर पर आपको ख़ुद को  इम्प्रूव करने और सक्सेस पाने का ये मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहिए। 

ये कहावत तो आपने सुनी होगी “नो पेन, नो गेन” और जब भी आपके सामने कोई चैलेंज  आए, तो  इसे अप्लाई करो। यही  चीज़ एक्सरसाईज़ पर भी अप्लाई होती है। अगर आप  बेसिक वर्कआउट ही करते रहोगे  तो  कभी वेट कम  नहीं  कर पाओगे।  जब  आप अलग-अलग तरह के एक्सरसाइज़ के  सेट करोगे तो आपकी बॉडी में दर्द  होगा, फैट जल्दी बर्न होगा और  ज़्यादा  स्ट्रॉंग मसल्स भी  डेवलप होंगे। 

Challenges में satisfaction ढूँढने की एरिक की जर्नी  इतनी भी आसान   नहीं  थी क्योंकि अपना बिहेवियर  और माइंडसेट  चेंज करना बहुत मुश्किल होता है। उनके ईमोशन्स उनके एक्शन में रुकावट डाल रहे थे। डाउट, चिंता और खोया हुआ  फ़ील करना, ये  चीज़े उन्हें demotivate कर रही थी जिसकी वजह से उसके मन में  एक डर बैठ गया था कि ना  जाने फ्यूचर में क्या होगा। 

वैसे एरिक को एक बात का एहसास हुआ  कि एक  नई और अनजानी  जगह बहुत इंटरेस्टिंग  होती है। जब  आप ऐसी सिचुएशन में  डिसाइड करते हो और  एक्शन लेते हो तो बहुत कुछ सीखते भी हो। एक चीज़ का सैक्रिफाइस करना  आपके लिए कई अच्छी चीज़ें लेकर आता है। इसलिए  अगर आपको लाइफ में चेंज या सक्सेस चाहिए तो आपको कुछ  सैक्रिफाइस भी  करना होगा। 

अगर लाइफ में कुछ  ग्रेट चाहिए तो किसी अच्छी चीज़ को छोड़ना होगा,  इसलिए अभी जो आपके पास है उसी में satisfied रहने की आदत छोड़ दो। अपने कम्फर्ट ज़ोन से बाहर निकलना सीखो चाहे इसके लिए आपको अपनी जरूरतों की कुर्बानी ही क्यों ना  देनी पड़े। आपको नई चीज़ें सीखने का चैलेंज एक्सेप्ट करना चाहिए फ़िर  चाहे वो कुछ अलग और मुश्किल ही क्यों ना हो। 

लेकिन एक चीज़ का ध्यान रखना, आपको डिसाइड करना पड़ेगा कि challenges  को कैसे अप्रोच करना है, ठीक वैसे ही जैसे आप लंबी रेस से पहले तैयारी करते हो। पक्के इरादे  के साथ काम करो और  मुश्किल एक्सपीरियंस से टूटने के बजाय ऊपर उठने की कोशिश करो।

और लास्ट में हम यही कहेंगे कि कोबे ब्रायन्ट (Kobe Bryant) की फिलोसफ़ी फॉलो करते हुए गुड से ग्रेट की तरफ बढ़ते हुए अपने गोल्स पर नज़र गढ़ाए रखो। इसके लिए आपको डिसकम्फर्ट और अनप्रेडिक्टेबिलीटी को गले लगाने की और एवरेज़ से आगे बढ़ने की हिम्मत करनी होगी। 

You Owe You: Nobody Owes You Anything. But You Owe You Everything


आपको ख़ुद को जवाब देना होगा  और एक्शन लेना होगा। आपके कुछ गोल्स हैं जिन्हें  आप अचीव करना चाहते हैं, लेकिन आप  उन्हें  इंटेशन यानी पाके  इरादे  के साथ ही अचीव कर पाएँगे। आपके पास एक क्लियर  पर्पस  होना चाहिए और जिस रास्ते पर आप चलना चाहते हो, उसका  क्लियर डायरेक्शन   भी क्योंकि आपकी सक्सेस इस बात पर डिपेंड करती है कि आप आज से ही कैसे सोचना और एक्ट करना स्टार्ट करेंगे। 

एरिक आपको खुद को फेस करने और खुद के बारे में और जानने के लिए एनकरेज़ करते हैं। अपने  स्किल्स, गोल्स, पसंद-नापसंद और पर्पस  के बारे में जानने की कोशिश करो क्योंकि अपनी  पावर  और अपने “व्हाई” को जानने का यही एक तरीका है। एरिक मानते हैं  कि कोई आपका फ्यूचर  नहीं  बदल सकता। आपको ये सब  खुद करना होगा  और अकेले ग्रो करना होगा। 

अपने डिसिशन  और एक्शन की जिम्मेदारी लेना सीखो। लेकिन सबसे पहले खुद को जानने से शुरुवात करो क्योंकि  ज़्यादातर लोग जब challenges का सामना करते हैं तो  उन्हें  कुछ समझ  नहीं  आता। कुछ लोग अपने नेक्स्ट स्टेप  के लिए दूसरों पर डिपेंडेंट  रहते हैं जिसका उन्हें बुरा  नतीजा   भुगतना पड़ता है। 

यानि आपके पास अपने कुछ प्रिंसिपल्स, वैल्यूज़ और नॉन-नेगोशिएबल  होने चाहिए. आपको अपने लिए  बाउंड्री भी सेट करनी होगी ताकि आप  अपनी लिमीटेशन को जान सकें। जब आप सक्सेस के रास्ते पर आगे बढ़ रहे होंगे तो ये चीज़े आपको गाईड करेंगी।

एरिक खुद की, दूसरों के साथ अपने रिश्ते की और अपने टाइम, बॉडी और माइंड को बहुत  वैल्यू देते हैं। साथ ही ब्लैक कम्यूनिटी के लिए उनका अनलिमिटेड सपोर्ट भी उनके लिए  एक गाईडिंग फोर्स की तरह है जो उन्हें अपना काम करते रहने, स्पीच और काउंसलिंग देने के लिए मोटीवेट करता है। 

इके अलावा, डेडे एरिक की नॉन-नेगोशिएबल हैं। वो उनका सबसे पहला पर्पस हैं, जो  एरिक की लाइफ के  सबसे बुरे दौर में उम्मीद की एक किरण लेकर आई थीं। डेडे ही वो वजह थी जिसके चलते एरिक ने अपनी एजुकेशन को सीरियसली  लिया, अपना कम्फर्ट ज़ोन छोड़कर दूसरी जगह रहने गए  और सालों तक कड़ी मेहनत की। यानि कुल मिलाकर डेडे की वजह से ही एरिक के सपने पूरे हो पाए। 

हालांकि डेडे बस एक  ड्राइविंग फोर्स थी, लेकिन  एरिक को अपने सपनों तक पहुँचने में उनकी कमिटमेंट ने मदद की। 
एरिक की तरह आप भी ऐसा कर सकते हैं। आप भी अपने उन गोल्स का एक ब्लूप्रिन्ट क्रिएट  कर सकते हो  जिन्हें आप अचीव करना चाहते हैं। ये आपके लिए तब  मोटीवेशन का  काम करेगा  जब आपके सामने कोई चैलेंज  आएगा। 
ब्लूप्रिन्ट के बाद आपको ये समझना  होगा कि आपके गोल्स  सिर्फ़ आप अचीव कर सकते हैं और कोई  नहीं। इसलिए ये आपका काम है कि आप उठें और  उन्हें  पूरा करें। आप  जो भी स्टेप ले रहे हैं उस पर पूरा  फोकस करें और ये पक्का करें कि आप सक्सेसफुल होने के लिए कुछ भी करेंगे। 

बस ये ध्यान रखो कि दूसरों से पहले आपको खुद के बारे में सोचना है। किसी को सपोर्ट देने में कुछ  गलत  नहीं  है लेकिन पहले खुद को सपोर्ट करो। इसका मतलब है कि आप फिजिकली, मेंटली,  ईमोशनली या फाईनेंशियली सबसे पहले खुद को प्रायोरिटी देंगे। खुद को टॉप पर रखो, खासकर के अपने ड्रीम्स को। 

आखिरकार आपके सपने   सिर्फ़ आपके हैं और कोई  उन्हें  आपसे छीन  नहीं  सकता। आपको और  ज़्यादा  अचीव करने की कोशिश करना चाहिए क्योंकि  सिर्फ़ आप ही हैं जो ये कर सकते हैं। सेम यही चीज़ बाकियों के लिए भी अप्लाई होती है। उनके सपने  उनकी ज़िम्मेदारी  हैं इसलिए आप उनके लिए कुछ  नहीं  कर सकते क्योंकि उन्हें  खुद से अपने लिए कुछ करने का वादा करना होगा। 

याद रखो, आपके अलावा कोई और आपकी हेल्प  नहीं  करने वाला। सब कुछ आपसे ही स्टार्ट होता है। आपकी लाइफ में जो हो रहा है, उसके लिए किसी और को ब्लेम मत करो क्योंकि सब कुछ आप पर डिपेंड करता  है। अगर आप खुद को बदलना चाहते हो और पहले से बेहतर बनना  चाहते हो तो आज से ही एक्शन लेना शुरू कर दो। 

Conclusion

‘यू ओ यू’ वो गाईड है जिसने आपको अपने बिहेवियर के बारे में जानने, अपना  पर्पस  समझने और सेल्फ-अवेयरनेस डेवलप करने के लिए खुद के साथ कनेक्ट करना सिखाया। इस समरी ने  आपको  खुद के बारे में कई  ग्रेट चीज़े डिस्कवर करने में मदद की, आइए उन्हें दोबारा रिकैप करते हैं - 

सबसे पहले,  आपने जाना कि विक्टिमहुड यानी ख़ुद को विक्टिम समझने की फीलिंग  लाइफ में आपके डिसिशन को  कंट्रोल करने लगती  है इसलिए आपको इस फीलिंग को ख़ुद से हमेशा के लिए दूर करना होगा। इस नेगेटिव माइंडसेट को छोड़कर अपने नेक्स्ट स्टेप्स को अपने कंट्रोल में लो। अगर आप लाइफ में अपने गोल्स अचीव करना चाहते हो  तो खुद के लिए खड़ा होना सीखो। अपने डिसिशन लेना  खुद सीखो। 

सेकंड, आपने जाना कि जब  आप कुछ बेहतर करने की ठानेंगे  तभी आप   opportunities  को अनलॉक कर पाएंगे। अपने कम्फर्ट जोन से निकलकर एक नई शुरुवात करो। वो इसलिए क्योंकि जब आप अपने माहौल और माइंडसेट को बदलते हो, चेंज तभी शुरू होता है। 

थर्ड, आपने जाना कि आपका  पर्पस  एक ड्राइविंग फोर्स की तरह है जो आपको सक्सेस की तरफ़ ले जाता है। अगर आप किसी इरादे  के साथ काम करेंगे तो कुछ भी अचीव कर सकते हैं। जो इंसान  पर्पस  के साथ कुछ करता है वो  खतरनाक होता है। जब आप ठान लेते हैं  कि आपको जो चाहिए  उसे आप पाकर रहोगे  तब आपको रोकना मुश्किल हो जाता है। 

फ़ोर्थ, आपने जाना  कि चमत्कार तभी  होते हैं जब आप उनके लिए एक्शन लेते हैं। सक्सेस एक अचीवमेंट है जिसके लिए आपको हार्ड वर्क करना होगा  और इसे पाने के लिए  रिस्क लेने की आपकी चाहत ही आपकी  पावर  है। आपके स्किल्स,   नॉलेज और कॉंफीडेन्स ये गारंटी देते हैं कि आप इसे अचीव कर सकते हैं। 

फिफ्थ, आपने जाना  कि नॉलेज तभी  पावरफुल होती है जब आप उसे सही तरीके से यूज़ करते हैं। पैसा,  opportunities  और मिरकल्स, ये वो लोग कभी एक्सेस  नहीं  कर सकते जो  उन्हें  अचीव करने के लिए एक्शन  नहीं  लेते। क्योंकि ये  सिर्फ़ उनके लिए अवलेबल होता है  जो खुद को एजुकेट करते हैं और अपनी नॉलेज को एक कॉम्पटीटिव एडवांटेज़ के तौर यूज़ करते हैं। 

सिक्स्थ, आपने जाना  कि कम्फर्टेबल होना आपकी ग्रोथ और सक्सेस में रूकावट डालता है। अगर आप अब भी वही कर रहे हैं जो पहले से करते आ रहे थे तो आप नए एक्सपीरियंस  के बारे में ना तो जान पाएंगे और  ना  उन्हें  एक्सपलोर कर पाएंगे. लेकिन, अगर आप अपने कम्फर्ट ज़ोन से बाहर निकालेंगे और ख़ुद में इम्प्रूवमेंट करेंगे तो आप बहुत  कुछ अचीव कर सकते हैं। 

और लास्ट में, आपने जाना  कि  सिर्फ़ आप ही हैं जो अपनी लाइफ को  चेंज कर सकते हैं। जो कुछ हो रहा है, उसके जिम्मेदार  सिर्फ़ आप हैं और आपको इसका सामना करना चाहिए। आपको खुद को जानना होगा और अपनी बाउंड्रीज़ सेट करने होंगे। 

अंत  में,  हम कहना चाहेंगे कि लाइफ में बड़ी-बड़ी चीज़े हासिल करने के लिए आपको आगे बढ़ना होगा। 
लाइफ एक challenging  जर्नी है और सक्सेस कोई मंजिल  नहीं  जहां आप रातों-रात पहुँच सकते हैं। ये सब आपके डिसिशन, प्लान, एक्शन पर डिपेंड करता है। अपने सपनों को reality बनाने के लिए सबसे पहले आपको खुद पर और खुद की एबिलिटीज़ पर भरोसा करना होगा, जैसा कि एरिक ने किया था। खुद पर भरोसा रखने  से ही आपको अपने  पॉटेंशियल को अनलॉक करने और अपने गोल्स तक पहुँचने की  पावर  मिलेगी। 

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